| 1. | के लिये प्राप्त बीटा किरण का ऊर्जा वर्णक्रम चित्र में दिखाया गया है।
|
| 2. | क्लीबाणुक का आवेशरहित होना, बीटा किरण की अभिक्रिया के लिये आवेशस्थिरता के सिद्धांत के अनुसार है।
|
| 3. | क्लीबाणुक परिकल्पना के अनुसार, बीटा किरण अभिक्रिया में प्राप्त हुई ऊर्जा की मात्रा इर् अ है।
|
| 4. | इस भाँति क्लीबाणुक द्वारा बीटा किरण एवं मेसॉन के अपक्ष्य की समस्याओं का सामाधान हुआ है।
|
| 5. | क्लीबाणुक परिकल्पना के अनुसार, बीटा किरण अभिक्रिया में प्राप्त हुई ऊर्जा की मात्रा इर् अ है।
|
| 6. | रेडियम-ई (Radium E) के लिये प्राप्त बीटा किरण का ऊर्जा वर्णक्रम चित्र में दिखाया गया है।
|
| 7. | क्लीबाणुक का आवेशरहित होना, बीटा किरण की अभिक्रिया के लिये आवेशस्थिरता के सिद्धांत के अनुसार है।
|
| 8. | इस भाँति क्लीबाणुक द्वारा बीटा किरण एवं मेसॉन के अपक्ष्य की समस्याओं का सामाधान हुआ है।
|
| 9. | इस समस्या को फर्मी ने बीटा किरण के बाद वाली अपनी क्लीबाणुक उपकल्पना देकर सर्वप्रथम सफलतापूर्वक सुलझाया।
|
| 10. | इस समस्या को फर्मी ने बीटा किरण के बाद वाली अपनी क्लीबाणुक उपकल्पना देकर सर्वप्रथम सफलतापूर्वक सुलझाया।
|